जब हम मिलें तो वो दिन एक था
जहाँ हम मिलें वो जगह एक थी
दोनों की बातें दोनों के विचार
एक थे !
हमें जहाँ जन था वो मंजिल एक थी
मई तो अब भी वहीं कायम हूँ
पर पता नही क्यों तुमने बदल ली
अपनी राह !
"सत्य" मे आपका स्वागत है ! इस ब्लॉग मे मैं उन विचारो को शब्दबद्ध करता हूँ जो मुझे प्रभावित करती है ! आपसे अनुरोध है की मेरे विचारों को मजबूत बनाने के लिए आप मेरा मार्गदर्शन करें ! मेरी ग़लतियों और अच्छाइओ को आप बेहिचक मुझसे कहे ! आपके विचार ही मेरे प्रयाश और स्वपन को साकार बना सकते है !
सुन्दर अविव्याक्ती | भाई एक-दो भूल है सुधार लें तो अच्छा रहेगा |
जवाब देंहटाएंहमें जहाँ जन - ये जाना होना चाहिए
मई तो अब - यहाँ मई की जगह मैं होना चाहिए