रविवार, 30 अगस्त 2009

तेरी याद..............

जब तुम नही होते तो तुम्हारी याद आती है
सच कहता हूँ मेरे दिल पर बिजली सी गिर जाती है
तेरी याद आती है
जब बागों में कोयल गीत सुनाती है
तेरी याद ऐसे में मुझे तडपाती है
तेरी याद याद याद , तेरी याद आती है
मुहब्बत के गुलिश्तां से सुवासित खुशबू लेकर, तेरी याद
मेरे तन मन को महकाती है
तेरी याद ऐसे में मेरी "प्यास" बढाती है
तेरी याद याद याद , तेरी याद आती है
जब कभी ये दिल तन्हाई का मारा होता है
ऐसे में मेरे बेचैन दिल को तेरी यादों का सहारा होता है
जब मुझे कोई मुसीबत आती है
तेरी याद ऐसे में मेरी हिम्मत बढाती है
तेरी याद याद याद , तेरी याद आती है
जब ये धरती सावन की बूंदों को गले लगाती है
तेरी याद ऐसे में मुझे तडपाती है
तेरी याद याद याद , तेरी याद आती है

1 टिप्पणी:

अपना अमूल्य समय निकालने के लिए धन्यवाद
क्रप्या दोबारा पधारे ! आपके विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं !