गुरुवार, 29 अप्रैल 2010
मन संगीत
सुर,लय, ताल,छंदमय है मन संगीत
बहते रहते हर पल, प्रेम विरह के गीत
जैसे चाँद चकोर की प्रेम कहानी
वैसे ही है मन-विचार मन मीत
आशा निराशा के सुरों से पुलकित होता ह्रदय
मिलन-विरह की निरंतर चलती रहती रीत
सुख दुःख तो है मन संगीत के उतार चढाव
सौहार्द के पुष्प खिल जाए, जब हो मन से मन को प्रीत
सुखद,दुखद, सहज, कठिन मन संगीत
उम्मीदों अरमानो की धुन में, जाए जीवन बीत
मन से मन संगीत के मर्म को समझों
मन के हारे हार है, मन के जीते जीत
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man ke haare haar hai
जवाब देंहटाएंman ke haare jeet
bahut achhi rachna
great poem
जवाब देंहटाएंman ke haare haar hai man ke jeete jeet....
जवाब देंहटाएंJeewan ke saarthakta liye aapki rachna bahut achhi hai.....
Likhte rahiye.....
Haardik subhkamnayne..
बहुत सुन्दर, संतोष जी. बधाई.
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