मंगलवार, 1 जून 2010

टायं टायं फिस्स.......... {अब आएगा गुटबाजी का मजा } संतोष कुमार "प्यासा"

जी हाँ टायं टायं फिस्स............! वरिष्ठ ब्लॉगर को सिर्फ धमकी देना आता है ! कुछ करने की हिम्मत उनमे है नहीं ! तभी तो वैधानिक कार्यवाही करने की गीदड़ भभकी दे रहे है !
अगर उनमे हिम्मत होती तो खुलकर सामने आकर बोले ! कभी इसको निकालेगें कभी उसको निकालेगे इन्होने अपने आपको ब्लॉगजगत का बादशाह समझ रखा है ! वैसे ब्लोगिंग पर पहले भी कई विवाद खड़े हुए ! पर ऐसा पहली बार हुआ है की गुटबाजी करके किसी ब्लॉगर को कमेन्ट देना अनुचित है ! जब इनके समझ में कुछ नहीं आता तो बेनामी बन कर उलटी सीधी टिप्पड़ी करते है ! अरे दम है तो खुल के आओ! क्या नपुन्शको की तरह छुप-छुप कर टिप्पड़ी करते हो ! अब पता चलेगा की गुटबाजी का मजा क्या होता है ! हमने जिस "जूनियर ब्‍लागर एसोशिएशन" का निर्माण किया है उसका उद्देश्य किसी ब्लॉगर का अपमान करना नहीं बल्कि जूनियर ब्लोग्गरो को प्रोत्साहित करना है ! अभी तक होता आया है की कुछ ब्लोग्गेरो ने गुटबाजी करके सिर्फ उन्ही की पोस्ट पर टिप्पड़ी करते थे जो उनकी गुट में शामिल था !

और हा एक बात और कहना चाहूँगा की कुछ लोग पैसो की बात कह रहे है की हम आपके साथ है हमारे बैंक खाते में बहुत रुपया है ! अगर "जूनियर ब्‍लागर एसोशिएशन" के सम्मलेन के लिए जगह की जरुरत हो तो हमसे कहे ! तो मै ऐसे शुभचिंतको से कहना चाहूँगा की "हम लोग {नीशू जी और मिथिलेश जी एवं हमारा जूनियर ब्‍लागर एसोशिएशन} कोई भिखमंगे नहीं है जो हम किसी से पैसे मांगे ! हम अपने "जूनियर ब्‍लागर एसोशिएशन" को चलाने में सक्षम है ! और रही जगह की बात तो हम जहाँ खड़े हो जाएगे हमारा सम्मलेन वही शुरू हो जाएगा ! हमें किसीके सहानभूति की आवश्यकता नहीं है !

और हाँ जिसे भी इस मुद्दे के सन्दर्भ में ज्यादा जानकारी चाहिए तो आप यहाँ जाए !


कुछ लोग कह रहे है की "जूनियर ब्‍लागर एसोशिएशन" का निर्माण चमक पाने के लिए हुआ है तो, मै कहना चाहूँगा की "

चमक पाने की चाह सूरज को कब थी


उससे ही तो सारा जहाँ चमकता है !"..........................................

7 टिप्‍पणियां:

  1. bhai maafi chaahunga un bujurgo ko aapka ye style(bole to rangi ki karigari)hi nahi samajh aayegi.....
    mtlb kuchh saaf-saaf nahi dikh raha hai fir unki najar bhi kamjor hogi.....
    kripya baat anytha na le.....samajhne ki koshish kare...

    kunwar ji,

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  2. कुछ लोग कह रहे है की "जूनियर ब्‍लागर एसोशिएशन" का निर्माण चमक पाने के लिए हुआ है तो, मै कहना चाहूँगा की

    bilkul galat

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  3. खुशदीपे कितने लोग हैं?
    सरदार,पहले तो दो चार ही थे,अब तो बदते ही जा रहे हैं.
    बड़ी मुश्किल हो जायेगी,देख पावला को मोबाइल तो मिला,कह एकदम यहाँ पहुंचे.
    सरदार,पावला शायद सम्मन भेजने की तैयारी कर रहा है,फोन बंद कर रखा है.
    खुशदीपे,अपना दानवीर सतीश भी शायद विदेश में है,उसको तो आने में एक दो दिन लग जायेंगे,तब तक तो ये नीशु और दुबे वगैहरा जान खा जायेंगे .बड़ी मुश्किल में जान फंसी है,खुशदीपे अब क्या करें.
    कहो तो सरदार,हथियार गेर दें,या फिर समझोते की बात उठायें.वैसे मैंने अपनी ओर से सफाई तो दी है,पर वहाँ तो हजूम का हजूम खड़ा है,कोई सुनने को तैयार नहीं.
    खुशदीपे,मेरा ख्याल है चल भाग चलें,जब अपने सभी लोग इकठ्ठे हो जायेंगे,तो दोबारा
    लड़ाई में कूद जायेंगे.सब के सब युवा शक्ति हैं,और सुना है कुछ अभुनवी लोग भी उनके साथ हैं.मुझे कुछ और तो चिंता नहीं,पर अपनी मठाधीशी का क्या होगा.

    नेपथ्य में कुछ शोर सा मचता हैं,और दोनों ना जाने कंहा छुप जाते हैं.

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  4. आज रात पढि़ए ब्‍लोग जगत के महारथी महामानव फुरसतिया सर को समर्पित कविता। दोबारा याद नहीं कराऊंगी। खुद ही आ जाना अगर मौज लेनी हो, अब तक तो वे ही लेते रहेंगे, देखिएगा कि देते हुए कैसे लगते हैं फुरसतिया सर।

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  5. आज मेरे यहाँ गरज़ के साथ छींटे भी पड़े,
    पर मौसम की गरमी इधर दो तीन दिन तक जारी रहेगी !

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अपना अमूल्य समय निकालने के लिए धन्यवाद
क्रप्या दोबारा पधारे ! आपके विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं !