कोयल की कू कू से
नदियों के कल कल से
आती है आवाज़ यही, सबसे प्यारा "हिंदुस्तान" हमारा
तीन रंगों वाला तिरंगा हमारी शान है
"सत्य" " अहिंसा" और "धर्म" भारत की पहचान है
राम, कृष्ण, बुद्ध, कणाद ने यहीं औतार लिया
सत्य राह दिखाई हमें, हमारा उद्धार किया
सत्य की रक्षा यहाँ की पूजा मानवता यहाँ का धर्म है रहे एकता सदा अटल
करतें ऐसा कर्म हैं
जाती पांति उंच नीच से दूर यहाँ सभी धर्मो का "मर्म" है
देख ले कोई साडी दुनिया, पर न पाएगा ऐसा नजारा
सबसे प्यारा सबसे न्यारा हिन्दुस्तान हमारा
सबसे प्यारा सबसे न्यारा भारत देश हमारा...जय हिंद !!
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बहुत ही भावपूर्ण कविता..
जवाब देंहटाएंदेशभक्ति से ओतप्रोत..
बधाई हो
सुन्दर कविता
जवाब देंहटाएंसच्ची और अच्छी कविता...जय हिंद.
जवाब देंहटाएंनीरज